KHILJI DYNASTY QUICK REVISION
KHILJI DYNASTY
जलालुद्दीन फिरोज
जलालुद्दीन फिरोज खिलजी ने क्युकर्श की हत्या कर खिलजी वंश की नींव 13 जून 1290 में डाली थी।
- खिलजी वंश की स्थापना को खिलजी क्रांति के नाम से जाना जाता है।
- जलालुद्दीन फिरोज खिलजी का नाम मलिक फिरोज था।
- उसने अपनी राजधानी किलोकरी (दिल्ली महल के पास) को बनाया था
- किलोकरी को कैकुबाद ने बनाया।
- जलालुद्दीन खिलजी ने सत्ता का दरवाजा सर्वहारा वर्ग के लिये खोल दिया थे।
- जलालुद्दीन खिलजी को भारतीय इतिहास में नवीन मुसलमान कहा जाता है।
- पहली बार दक्षिण भारत का अभियान दिल्ली सल्तनत काल में जलालुद्दीन खिलजी के काल में ही हुआ था। इसने अपने भतीजे अलाउददीन खिलजी को दक्षिण अभियान के लिये भेजा था जिसमें उसने देवगिरी के शासक रामचंद्रदेव को पराजित किया और काफी धन लेकर लौटा था।
- जलालुद्दीन खिलजी की हत्या उसके भतीजे एवं दामाद अलाउद्दीन खिलजी ने इलाहाबाद के पास कड़ा नामक स्थान पर कर दी थी।
अलाउद्दीन खिलजी
हजार खम्भा महल (दिल्ली) अलाउद्दीन ने बनाया।
- स्थायी सेना दाग एवं महाली तथा सैनिकों को नगद वेतन देने की प्रथा की शुरूआत सर्वप्रथम अलाउद्दीन ने की।
- सिक्कों पर तारीख लिखने की प्रथा अलाउद्दीन खिलजी ने शुरू की।
- सर्वप्रथम डाक व्यवस्था की शुरूआत सल्तनत काल में अलाउद्दीन खिलजी ने की।
- यह व्यापारियों व बाजार पर नियंत्रण रखता था ।
- मेवाड़ को जीतने के बाद अलाउद्दीन ने इसका नाम अपने पुत्र खिजखां के नाम पर खिजाबाद रखा।
- मलिक काफूर को हजारदिनारी के नाम से भी जाना जाता था।
- मलिक काफूर अलाउद्दीन के मरणोपरांत उसके नवजात पुत्र शिहाबुद्दीन को गद्दी पर बिठाकर उसका संरक्षक बन गया।
- बाजार नियंत्रण की पद्धति सर्वप्रथम अलाउद्दीन खिलजी ने शुरू की। बाजार के अधीक्षक को शाहना-ए-मंडी कहते थे।
- बरीद बाजार के अंदर घुसकर बाजार का निरीक्षण करता था।
- पुलिस विभाग का प्रमुख कोतवाल होता था।
- दैवीय अधिकार के सिद्धांत को अलाउद्दीन खिलजी ने चलाया था।
- दक्षिण भारत का प्रथम तुर्की आक्रमण अलाउद्दीन खिलजी ने कराया था।
- जमैयत खाना मस्जिद का निर्माण अलाउद्दीन ने कराया।
- चराई कर – पशुओं पर
- गुजरात के बघेल राजा कर्णदेव (राजधानी अन्हिलवाड़ा) को पराजित कर अलाउद्दीन ने उसकी पत्नी कमला देवी से शादी की।
- गुजरात अभियान में नुसरत खां ने हिंदू हिजड़े मलिक काफूर को एक हजार दिनार में खरीदा था।
- गुजरात अभियान का नेतृत्व उलगू खां व नुसरत खां ने किया था।
- गढी / घरी कर – घरों व झोपड़ी पर।
- खिलजी पैदावार का 50 प्रतिशत अर्थात 1/2 खराज वसूलता था।
- किरान-उस-सादेन की रचना अमीर खुशरो ने की।
- आर्थिक मामलों से संबंधित विभाग दिवान ए रियासत की स्थापना अलाउद्दीन खिलजी ने की।
- अलाउद्दीन प्रथम सुल्तान था जिसने भूमि की माप कराई व भूमि की ईकाई बिस्वा का चलन किया।
- अलाउद्दीन ने सीरी में अपनी राजधानी बनाई।
- अलाउद्दीन ने सिकंदर ए सानी (दूसरा सिकंदर) की उपाधि ग्रहण की।
- अलाउद्दीन ने मलिक याकूब को दिवान ए रियासत नियुक्त किया था।
- अलाउद्दीन ने मलिक काफूर को मलिक ए नायब बनाया था।
- अलाउद्दीन ने दो नवीन कर वसूले
- अलाउद्दीन ने खम्स (लूट का धन) में सुल्तान का हिस्सा 1/4 के स्थान पर 3/4 कर दिया।
- अलाउद्दीन ने अमीर खुशरो व अमीर हसन को संरक्षण प्रदान किया।
- अलाउद्दीन खिलजी ने मद्य निषेध, जुआ खेलने व भांग खाने पर प्रतिबंध लगा दिया।
- अलाउद्दीन खिलजी ने इक्ता प्रणाली को समाप्त कर दिया ।
- अलाउद्दीन खिलजी ने अपना राज्याभिषेक दिल्ली में स्थित बलबन के लालमहल में कराया।
- अलाउद्दीन खिलजी के बचपन का नाम अली गुर्शस्प था।
- अलाउद्दीन खिलजी के काल में 6 बार मंगोल आक्रमण हुआ लेकिन अलाउद्दीन ने सफलता पूर्वक उनका सामना किया था।
- अलाउद्दीन के समय मेवाड़ का राजा राणा रत्न सिंह था। उसकी पत्नी पद्मिनी के कारण उसने मेवाड़ पर आक्रमण किया था ।
- अलाउद्दीन की मृत्यु के बाद काफूर 35 दिन तक शासक बना रहा।
- अलाउद्दीन का पहला अभियान गुजरात पर 1298 ई में बघेल राजा राय कर्णदेव पर था।
- अलाई दरवाजा अलाउद्दीन ने बनाया।
- अमीरों पर प्रतिबंध हेतु अलाउद्दीन ने चार आदेश जारी ककिय
- अमीर खुशरो ने इसे विश्व का सुल्तान, पृथ्वी के शासकों का सुल्तान, जनता का चरवाहा व युग का विजेता कहा।
खिलजी शासकों द्वारा संचालित सिक्के
- यह लाल बलुआ पत्थर से बना हुआ है।
- यह एक चौकोर गुंबददार भवन हैं
- जिसमें मेहराबदार प्रवेश द्वार हैं और इसमें एक कक्ष है।
- खिलजी शासकों के द्वारा संचालित सिक्के में तांबे के सिक्के प्रमुख थे।
- क़ुव्वत-उल-इस्लाम मस्जिद का दक्षिणी प्रवेश द्वार है। 1311 में सुल्तान अलाउद्दीन खलजी द्वारा निर्मित हैं।
- इन सिक्के को सुल्तान द्वारा संचालित किया जाता था।
- अलाउद्दीन खिलजी द्वारा निर्मित अलाई दरवाजा बनाया गया था।
खुशरों शाह
- खुशरों शाह ने पैगम्बर का सेनापति की उपाधि धारण की।
- इसने एक साल से भी कम शासन किया।
- खुशरो शाह की हत्या गाजी मलिक(गयासुदीन तुगलक) ने की।
- इसकी हत्या के बाद तुगलक वंश की नींव पड़ी।
- यह अंतिम खिलजी शासक था।
खिलजी राजवंश का अंत
- मुबारक, एक 17 वर्षीय लड़का, अपने स्वयं के जुनून और तांडव का गुलाम था।
- बाद में, मलिक काफूर को भी रईसों ने मार डाला।
- जलालुद्दीन फिरोज खिलजी खिलजी वंश का पहला सुल्तान था और उसने 1290 से 1296 तक छह साल तक शासन किया।
- उनके बाद नासिर-उद-दीन खुसरो शाह आए और उन्होंने खिलजी वंश को समाप्त कर दिया।
- उनके पिता के सभी बाजार सुधार टूट गए और पूरी दिल्ली में व्यापक भ्रष्टाचार फैल गया।
- अलाउद्दीन खिलजी की मृत्यु के बाद, मलिक काफूर ने अपने 6 वर्षीय बेटे शिहाबुद्दीन को दिल्ली सल्तनत के सिंहासन पर स्थापित किया।
- अलाउद्दीन का एक और पुत्र मुबारक शाह, अपने छोटे भाई के ऊपर अभिनय रीजेंट था। उसने युवा राजकुमार को गिरा दिया और राज्य अपने लिए ले लिया।
- 70 वर्ष की आयु में उसने गुलाम वंश के अंतिम वंशज की हत्या कर दी और खुद को दिल्ली सल्तनत का सुल्तान घोषित कर दिया।
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