भौतिक विज्ञान के महत्वपूर्ण 500 प्रश्न भाग-6 छात्रों के आगामी सरकारी परीक्षाओं के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह पुस्तक छात्रों को उन प्रश्नों के साथ अवगत कराती है जो उनके परीक्षा में पूछे जा सकते हैं। इससे छात्रों की परीक्षा की तैयारी में आत्मविश्वास बढ़ता है और उन्हें सफलता की दिशा में मदद मिलती है। इस पोस्ट को पढ़कर छात्र अपनी भौतिक विज्ञान की ज्ञान और समझ को मजबूत करने में सहायता मिलेगा ।
भौतिक विज्ञान के महत्वपूर्ण 500 प्रश्न भाग-6 I Important 500 Questions Of Physics part-6
- कार चलाते समय अपने पीछे के यातायात को देखने के लिए आप किस प्रकार के दर्पण का उपयोग करना चाहेंगे– उत्तल दर्पण
- मानव आँख की रेटिना पर कैसा प्रतिबिम्ब बनता है– वास्तविक तथा उल्टा
- किसी व्यक्ति का पूरा प्रतिबिम्ब देखने के लिए एक समतल दर्पण की न्यूनतम ऊँचाई होती है– व्यक्ति की ऊँचाई की आधी
- जब कोई वस्तु दो समान्तर समतल दर्पणों के बीच रखी जाती है, तो बने हुए प्रतिबिम्ब की संख्या होगी– अनन्त
- यदि किसी ऐनक के लैंस का पावर +2 डायोप्टर हो, तो इसके फोकस की दूरी होगी– 50 सेमी
- प्रकाश में सात रंग होते है। रंगों को अलग करने का क्या तरीका है– फिल्टर से रंगों को अलग-अलग किया जा सकता है
- लाल काँच को अधिक ताप पर गर्म करने पर वह दिखाई देगा– हरा
- प्रकाश का रंग निश्चित किया जाता है– तरंगदैर्ध्य द्वारा
- सूर्य की किरणों में कितने रंग होते हैं– 7
- यदि वायुमण्डल न हो तो पृथ्वी से आकाश किस रंग का दिखाई देगा– काला
- फोटोग्राफी में मुख्य रंग कौन-से होते है– लाल, नीला, हरा
- सबसे कम तरंगदैर्घ्य वाला प्रकाश होता है– बैंगनी
- जब प्रकाश के लाल, हरा व नीला रंगों को समान अनुपात में मिलाया जाता है, तो परिणामी रंग होगा– सफेद
- फोटोग्राफिक कैमरे का कौन-सा भाग आँख की रेटिना की तरह कार्य करता है– फिल्म
- कैमरे में किस प्रकार का लैंस उपयोग में लाया जाता है– उत्तल
- मानव की आँख वस्तु का प्रतिबिम्ब किस भाग पर बनाती है– कॉर्निया
- आइरिस का क्या काम होता है– आँख में जाने वाले प्रकाश की मात्रा को नियंत्रित करना
- दृष्टि पटल (Retina) पर बना प्रतिबिम्ब होता है– वस्तु से छोटा लेकिन उल्टा
- तन्तु प्रकाशिक संचार में संकेत किस रूप में प्रवाहित होता है– प्रकाश तरंग
- तारे टिमटिमाते हैं– अपवर्तन के कारण
- दूरबीन का आविष्कार किया था– गैलीलियो ने
- अवतल लैंस प्रयुक्त होता है, सुधार हेतु– निकट दृष्टि दोष
- यदि एक व्यकित दो समतल दर्पण जो 600कोण पर आनत है, के बीच खड़ा हो तब उसे कितने प्रतिबिम्ब दिखेंगे– 5
- धूप के चश्में की क्षमता होती है– 0 डायोप्टर
- जिस सिद्धान्त पर ऑप्टिकल फाइबर काम करता है, वह है– पूर्ण आन्तरिक परावर्तन
- क्षितिज के समीप सूर्य एवं चन्द्रमा के दीर्घ वृत्ताकार दिखायी देने का कारण है– अपवर्तन
- श्वेत प्रकाश को नली में कैसे पैदा करते हैं– तन्तु को गर्म करके
- प्रकाश में सात रंग होते हैं। रंगों को अलग करने का क्या तरीका है– एक प्रिज्म से रंगों को अलग-अलग किया जा सकता है
- हमें वास्तविक सूर्योदय से कुछ मिनट पूर्व ही सूर्य दिखायी देने का कारण है– प्रकाश का अपवर्तन
- यदि साबुन के दो भिन्न-भिन्न व्यास के बुलबुलों को एक नली द्वारा एक-दूसरे के सम्पर्क में लाया जाए, तो क्या घटित होगा– छोटा बुलबुला और छोटा व बड़ा बुलबुला और बड़ा हो जाएगा
- परावर्तित प्रकाश में ऊर्जा– आपतन कोण पर निर्भर नहीं करती है
- प्रकाश की गति किसके बीच से जाते हुए न्यूतम होती है– काँच
- किसी तारे के रंग से पता चलता है, उसके– ताप का
- किसी अपारदर्शी वस्तु का रंग उस रंग के कारण होता है, जिसे वह– परावर्तित करता है
- पानी में लटकाकर बैठे हुए व्यक्ति को उसका पैर मुड़ा हुआ और छोटा दिखायी पड़ता है– अपवर्तन के कारण
- जब एक काम्पेक्ट डिस्क (CD) सूर्य के प्रकाश में देखी जाती है तो इन्द्र धनुष के समान रंग दिखायी देते हैं। इसकी व्याख्या की जा सकती है– अपवर्तन, विवर्तन एवं पारगमन की परिघटना के आधार पर
- चन्द्र ग्रहण घटित होता है– पूर्णिमा के दिन
- सूर्य ग्रहण कब होता है– प्रतिपदा (अमावस्या)
- उचित रीति से कटे हीरे की असाधारण चमक का आधारभूत कारण यह है कि– उसका अति उच्च अपवर्तन सूचकांक होता है
- एक स्थिर चुम्बक हमेशा दर्शाती है– उत्तर-उत्तर तथा दक्षिण-दक्षिण
- फ्लक्स घनता और चुम्बकीय क्षेत्र की क्षमता का अनुपात किस माध्यम में होता है, उसकी– पारगम्यता
- चुम्बकीय सुई किस तरफ संकेत करती है– उत्तर
- ट्रान्सफॉर्मर का सिद्धान्त आधारित है– विद्युत-चुम्बकीय प्रेरण के सिद्धान्त पर
- ट्रान्सफार्मर क्या है– AC वोल्टता को घटाने और बढ़ाने में प्रयुक्त होता है
- विद्युत धारा का चुम्बकीय प्रभाव सर्वप्रथम अवलोकित किया गया– ओरस्टेड द्वारा
- ध्रुवों पर नमण कोण का मान कितना होता है– 900
- मुक्त रूप से लटकी चुम्बकीय सुई का अक्ष भौगोलिक अक्ष के साथ कोण बनाता है– 180का
- मुक्त रूप से निलम्बित चुम्बकीय सुई किस दिशा में टिकती है– उत्तर-दक्षिण दिशा
- चुम्बकीय कम्पास की सुई किस ओर इंगित करती है– चुम्बकीय उत्तर व चुम्बकीय दक्षिण
- चुम्बक चुम्बकीय पदार्थों जैसे लोहा, निकिल, कोबाल्ट आदि को आकर्षित करते हैं। वे प्रतिकर्षित कर सकते हैं– प्रतिचुम्बकीय पदार्थों को
- विषुवत् रेखा पर नति कोण का मान होता है– 0 डिग्री
- एकसमान चुम्बकीय क्षेत्र में बल रेखाएँ होनी चाहिए– एक-दूसरे के समांतर
- कौन विद्युत अचुम्बकीय है– ताँबा
- निकट दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति को– दूर की वस्तुएँ दिखायी नहीं देती हैं
- निकट दृष्टि दोष से पीड़ित व्यक्ति के चश्मे में प्रयोग किया जाता है– अवतल लैंस
- दूर दृष्टि दोष से पीडि़त व्यक्ति को– निकट की वस्तुएँ दिखायी नहीं देती हैं
- प्राथमिक रंग है– वे रंग जो अन्य रंगों के मिश्रण से उत्पन्न नहीं किये जा सकते हैं।
- प्राथमिक रंग कौन-कौन् से हैं– लाल, हरा व नीला
- पेट अथवा शरीर के अन्य आन्तरिक अंगों के अन्वेषण के लिए प्रयुक्त तकनीक एण्डोस्कोपी (Endoscopy) आधारित है– पूर्ण आन्तरिक परावर्तन परिघटना पर
- पानी की टंकी को ऊपर से देखने पर कम गहरी दिखायी देने का कारण है– अपवर्तन
- चटका हुआ काँच चटकीला प्रतीत होता है– पूर्ण आन्तरिक परावर्तन के कारण
- मरीचिका एक उदाहरण है– प्रकाश के अपवर्तन और पूर्ण आन्तरिक परावर्तन का
- इन्द्रधनुष कितने रंग दिखाता है– 7
- हीरा चमकदार दिखायी देता है– सामूहिक आन्तरिक परावर्तन के
- प्रकाश की किरण को पूर्ण आन्तरिक परावर्तन के लिए किससे गुजरना होता है– काँच से जल
- बाह्य अंतरिक्ष में किसी अंतरिक्ष यात्री को आकाश दिखायी देगा– काला
- अबिन्दुकता का दोष दूर करने के लिए किस लैंस का प्रयोग करना चाहिए– सिलिंडरी लैंस
- लैम्पर्ट नियम किससे सम्बन्धित है– प्रदीप्ति
- आवर्द्धक लैंस वास्तव में क्या होता है– उत्तल लैंस
- आइन्स्टीन के E=mc2समीकरण में ‘c’ द्योतक है– प्रकाश वेग का
- सोडियम वाष्प लैम्प प्राय: सड़क प्रकाश के लिए प्रयुक्त होते हैं, क्योंकि– ये चमकदार रोशनी देते हैं
- प्रिज्म (Prism) में प्रकाश के विभिन्न रंगों का विभाजन कहलाता है– प्रकाश का वर्ण विक्षेपण
- वायुमण्डल में प्रकाश के विसरण का कारण है– धूलकण
- चन्द्र सतह पर एक प्रेक्षक को, दिन के समय आाकाश दिखायी देगा– काला
- एक गोलाकार वायु का बुलबुला किसी काँच के टुकड़े में अन्त: स्थापित है। उस बुलबुले से गुजरती हुई प्रकाश की किरण के लिए वह बुलबुला किसकी तरह व्यवहार करता है– अपसारी लैंस
- खतरे के संकेतों के लिए लाल प्रकाश का प्रयोग किया जाता है, क्योंकि– इसका प्रकीर्णन सबसे कम होता है
- समुद्र नीला प्रतीत होता है– आकाश के परावर्तन तथा जल के कणों द्वारा प्रकाश के प्रकीर्णन के कारण
- अस्त होते समय सूर्य लाल किस कारण दिखायी देता है– प्रकीर्णन
- इन्द्रधनुष में किस रंग का विक्षेपण अधिक होता है– बैंगनी
- तारे आकाश में वास्तव में जितनी ऊँचाई पर होते हैं, वे उससे अधिक ऊँचाई पर प्रतीत होते है। इसकी व्याख्या किसके द्वारा की जा सकती हैं– वायुमण्डलीय अपवर्तन
- किस गाड़ी के अग्रदीप से प्रकाश का शक्तिशाली समान्तर पुंज पाने के लिए क्या उपयोग में लाना चाहिए– अवतल दर्पण
- दाढ़ी बनाने के लिए काम में लेते हैं– अवतल लैंस
- दूर दृष्टि दोष निवारण के लिए काम में लेते है– उत्तल लैंस