“भौतिकी के महत्वपूर्ण 500 प्रश्न – भाग 2” हर छात्र के लिए सरकारी परीक्षाओं में सफलता प्राप्त करने के लिए महत्वपूर्ण है। यह प्रश्नसंच भौतिकी के अत्यंत महत्वपूर्ण विषयों को समझने और परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करने में मदद करता है।
छात्रों को इससे अपने भौतिकी ज्ञान को स्थायीकृत करने और परीक्षाओं में अधिक अंक प्राप्त करने में सहायक होता है। इसलिए, सरकारी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए यह प्रश्नसंच एक महत्वपूर्ण संसाधन है।
भौतिक विज्ञान के महत्वपूर्ण 500 प्रश्न भाग-2 I Important 500 Questions Of Physics part-2
- दो वेक्टर (Vector) जिनका मान अलग है– उनका परिणामी शून्य नहीं हो सकता
- द्रव में आंशिक या पूर्णत: डूबे हुए किसी ठोस द्वारा प्राप्त उछाल की मात्रा निर्भर करती है– ठोस द्वारा हटाये गए द्रव की मात्रा पर
- न्यूटन के गति के तीसरे नियम के अनुसार क्रिया तथा प्रतिक्रिया से सम्बद्ध बल– हमेशा भिन्न-भिन्न वस्तुओं पर ही लगे होने चाहिए
- न्यूटन के पहले नियम को कहते हैं– जड़त्व का नियम
- पदार्थ के संवेग और वेग के अनुपात से कौन-सी भौतिक राशि प्राप्त की जाती है– द्रव्यमान
- पहाड़ी पर चढ़ता एक व्यक्ति आगे की ओर झुक जाता है, क्योंकि– शक्ति संरक्षण हेतु
- पहिये में बाल-बियरिंग का कार्य है– स्थैतिक घर्षण को गतिज घर्षण में बदलना
- पानी का घनत्व अधिकतम होता है– 4 डिग्री सेल्सियस पर
- पानी की बूँदों का तैलीय पृष्ठों पर न चिपकने का कारण है– आसंजक बल का अभाव
- पानी के एक गिलास में एक बर्फ का टुकड़ा तैर रहा है। जब बर्फ पिघलती है तो पानी के स्तर पर क्या प्रभाव होगा– उतना ही रहेगा
- पानी से भरी डाट लगी बोतल जमने पर टूट जाएगी क्योंकि– जमने पर जल का आयतन बढ़ जाता है
- पारसेक (Parsec) इकाई है– दूरी की
- पावर (शक्ति) का SI मात्रक ‘वाट’ (watt) किसके समतुल्य है– किग्रा मी-2 से -3
- पास्कल इकाई है– तापमान की
- पीसा की ऐतिहासिक मीनार तिरछी होते हुए भी नहीं गिरती है, क्योंकि– इसके गुरूत्वकेन्द्र से जाने वाली ऊर्ध्वाधर रेखा आधार से होकर जाती है
- पृथ्वी के गुरूत्वाकर्षण का कितना भाग चन्द्रमा के गुरूत्वाकर्षण के सबसे नजदीक है– 1/6
- पेंडुलम को चन्द्रमा पर ले जाने पर उसकी समयावधि– बढ़ेगी
- प्रकाश वर्ष इकाई है– दूरी की
- प्रकाश वोल्टीय सेल के प्रयोग से सौर ऊर्जा का रूपान्तरण करने से किसका उत्पादन होता है– प्रकाशीय ऊर्जा
- बर्नोली प्रमेय आधारित है– ऊर्जा संरक्षण पर
- बर्फ के दो टुकड़ों को आपस में दबाने पर टुकड़े आपस में चिपक जाते है, क्योंकि– दाब अधिक होने से बर्फ का गलनांक घट जाता है
- बल गुणनफल है– द्रव्यमान और त्वरण का
- यंग प्रत्यास्थता गुणांक का SI मात्रक है– न्यूटन/वर्ग मीटर
- यदि एक पेंडुलम से दोलन करने वाली घड़ी को पृथ्वी से चन्द्रमा पर ले जाएँ, तो घड़ी होगी– सुस्त
- यदि पृथ्वी का द्रव्यमान वही रहे और त्रिज्या 1% कम हो जाए, तब पृथ्वी के तल पर ‘g’ का मान– 2% बढ़ जाएगा
- यदि लोलक की लम्बाई चार गुनी कर दी जाए तो लोलक के झूलने का समय– दोगुना होता है
- यदि हम भूमध्य रेखा से ध्रुवों की ओर जाते हैं, तो g का मान– बढ़ता है
- रेल की पटरियाँ अपने वक्रों (Curves) पर किस कारण से झुकी (bent) हुई होती है– रेलगाड़ी के भार के क्षैतिज घटक से आवश्यक अभिकेन्द्रीय बल प्राप्त किया जा सकता है
- लैम्प की बत्ती में तेल चढ़ता है– कैपिलरी क्रिया के कारण
- लोलक की आवर्त काल (Time Period) – लम्बाई के ऊपर निर्भर करता है
- लोलक घडि़याँ गर्मियों में क्यों सुस्त हो जाती है– लोलक की लम्बाई बढ़ जाती है जिससे इकाई दोलन में लगा हुआ समय बढ़ जाता है
- लोहे की सुई पानी की सतह पर तैरती है। इस परिघटना का कारण है– पृष्ठ तनाव
- ल्यूमेन किसका मात्रक है– ज्योति फ्लक्स का
- वस्तु की मात्रा बदलने पर अपरिवर्तित रहेगा– घनत्व
- वायुमण्डल के बादलों के तैरने का कारण है– घनत्व
- विद्युत मात्रा की इकाई है– ऐम्पियर
- वेग, संवेग और कोणीय वेग कैसी राशि है– सदिश राशि
- शरीर का वजन– ध्रुवों पर अधिकतम होता है
- ब्लाटिंग पेपर द्वारा स्याही के सोखने में शामिल है– केशिकीय अभिक्रिया परिघटना
- भारहीनता की अवस्था में एक मोमबत्ती की ज्वाला का आकार– वही रहेगा
- महान् वैज्ञानिक आर्किमिडीज किस देश से सम्बन्धित थे– ग्रीस
- मात्रकों की अन्तर्राष्ट्रीय पद्धति कब लागू की गई– 1971 ई.
- शून्य में स्वतंत्र रूप से गिरने वाली वस्तुओं की/का– समान त्वरण होता है
- सड़क पर चलने की अपेक्षा बर्फ पर चलना कठिन है, क्योंकि– बर्फ में सड़क की अपेक्षा घर्षण कम होता है
- समुद्र में प्लवन करते आइसबर्ग का कितना भाग समुद्र की सतह से ऊपर रहता है– 1/10
- सूर्य की ऊर्जा उत्पन्न होती है– नाभिकीय संलयन द्वारा
- सूर्य पर ऊर्जा का निर्माण होता है– नाभिकीय संलयन द्वारा
- इलेक्ट्रॉन वहन करता है– एक यूनिट ऋणावेश
- कोबाल्ट-60 आमतौर पर विकिरण चिकित्सा में प्रयुक्त होता है, क्योकि यह उत्सर्जित करता है– गामा किरणें
- न्यूट्रॉन की खोज की थी– चैडविक
- परमाणु के नाभिक में होते हैं– प्रोटॉन व न्यूट्रॉन
- परमाणु में प्रोटॉन रहते हैं– नाभिक के भीतर
- प्रकाश किरण पुंज जो अत्यन्त दिशिक हो, कहलाती है– लेसर
- लेजर (LASER) बीम सदा होती है– अपसारी बीम
- समस्थानिक परमाणुओं में– प्रोटॉनों की संख्या समान होती है।
- एकीकृत परिपथ में प्रयुक्त अर्द्धचालक चिप बनी होती है– सिलिकॉन से
- ऐसे दो तत्वों जिनमें इलेक्ट्रॉनों की संख्या भिन्न-भिन्न हो, परन्तु जिनकी द्रव्यमान संख्या समान हो, को कहते हैं– समभारिक
- ऐसे परमाणु जिनके परमाणु क्रमांक समान परन्तु परमाणु द्रव्यमान भिन्न-भिन्न होते हैं, कहलाते हैं– समस्थानिक
- ऑटो हान ने अणुबम की खोज किस सिद्धान्त के आधार पर ही– यूरेनियम विखण्डन
- किसी परमाणु नाभिक का आइसोटोप वह नाभिक है, जिसमें– प्रोटॉनों की संख्या वही होती है, परन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न होती है।
- क्यूरी किसकी इकाई का नाम है– रेडियोऐक्टिव धर्मिता
- ट्रांजिस्टर के संविरचन में किस वस्तु का प्रयोग होता है– सिलिकॉन
- डायोड वह प्रयुक्ति है जो धारा को– एक दिशा में प्रवाहित होने देती है।
- डायोड से धारा कितनी दिशाओं में बहती है– एक दिशा में
- तारे अपनी ऊर्जा किस प्रकार प्राप्त करते हैं– नाभिकीय संयोजन के फलस्वरूप
- नाभिकीय रिएक्टरों में ऊर्जा उत्पन्न होती है– नियंत्रित विखण्डन द्वारा
- नाभिकीय संलयन को ताप नाभिकीय अभिक्रिया भी क्यों कहते हैं– संलयन में काफी ऊष्मा पैदाहोती है।
- निम्नतापी इंजनों (क्रायोजेनिक इंजन) का अनुप्रयोग किया जाता है– रॉकेट में
- परमाणु पाइल का प्रयोग कहाँ होता है– ताप नाभिकीय संलयन के प्रचालन में
- परमाणु रिएक्टर क्या है– भारी पानी का तालाब
- पृथ्वी की आयु का निर्धारण किस विधि द्वारा किया जाता है– यूरेनियम विधि
- रेडियो कार्बन डेटिंग की उम्र ज्ञात करने के लिए प्रयुक्त किया जाता है– जीवाश्मों को
- लेजर एक युक्ति है, जिसके द्वारा उत्पन्न किया जाता है– वर्णविक्षेपित विकिरण
- विद्युत उत्पन्न करने के लिए कौन-सी धातु का उपयोग होता है– यूरेनियम
- समस्थानिक (Isotopes) होते हैं, किसी एक ही तत्व के परमाणु जिनका– परमाणु भार भिन्न किन्तु परमाणु क्रमांक समान होता है।
- सिलिकॉन (Silicon) हैं– सेमीकंडक्टर
- सूर्य की ऊर्जा उत्पन्न होती है– नाभिकीय संलयन द्वारा
- X-किरणें किसको पार नहीं कर सकती है– अस्थि
- एक टीवी सेट को चलाने के लिए किसको टीवी रिमोट नियंत्रण इकाई द्वारा प्रयोग किया जाता है– सूक्ष्म तरंगें
- एक प्रकाश विद्युत सेल परिवर्तित करता है– प्रकाश ऊर्जा को विद्युत ऊर्जा में
- एक भारी नाभिक के दो हल्के नाभिकों में टूटने की प्रक्रिया को कहते है– नाभिकीय विखण्डन
- कूलिज नलिका का प्रयोग क्या उत्पन्न करने के लिए किया जाता है– एक्स किरणें
- कौन-सी धातु अर्द्धचालक की तरह ट्रांजिस्टर में प्रयोग होती है– जर्मेनियम
- जब TV का स्विच ऑन किया जाता है, तो– दृश्य तुरन्त प्रारम्भ हो जाताहै, लेकिन श्रव्य बाद में सुनाई देता है,क्योकि ध्वनि प्रकाश की अपेक्षा कम वेग से चलती है।
- टेलीविजन सिग्नल एक विशिष्ट दूरी के बाद सामान्यतया टीवी सेट द्वारा ग्रहण नहीं किये जाते हैं, इसका कारण है– पृथ्वी की वक्रता
- त्रिविमीय चित्र किसके द्वारा लिया जाता है– होलोग्राफी
- दूरदर्शन के संकेत एक निश्चित दूरी के बाद नहीं मिल सकते क्योंकि– पृथ्वी की सतह वक्राकार है।
- द्रव्यमान-ऊर्जा सम्बन्ध किसका निष्कर्ष है– सापेक्षता का सामान्य सिद्धान्त
- नाभिकीय रिएक्टर में भारी जल (D2O) का प्रयोग किस रूप में किया जाता है– मंदक
- न्यूनतम तापमान पैदा करने के लिए किस सिद्धान्त का प्रयोग किया जाता है– अतिचालकता
- परमाणु जिनमें प्रोटॉनों की संख्या समान परन्तु न्यूट्रॉनों की संख्या भिन्न-भिन्न रहती है, क्या कहलाते हैं– समस्थानिक
- परमाणु बम का सिद्धान्त आधारित है– नाभिकीय विखण्डन पर
- बेरियम एक उपयुक्त रूप में रोगियों को पेट के एक्स किरण परीक्षण से पूर्व खिलाया जाता है, क्योंकि– बेरियम एक्स किरणों का एक अच्छा अवशोषक है और इससे चित्र में पेट की (अन्य क्षेत्रों की तुलना में) स्पष्टता से देखने में सहायता मिलती है।
- रडार का उपयोग किसलिए किया जाता है– जहाजों, वायुयानों आदि को ढूँढना एवं मार्ग निर्देश करने के लिए
- लेसर अथवा किसी संसक्त प्रकाश स्रोत से निकली दो प्रकाश किरणों के व्यतिकरण से त्रिविमीय प्रतिबिम्ब बनाने से सम्बन्ध संवृति कहलाती है– होलोग्राफी
- लेसर किरण होती है– केवल एक रंग की
- लेसर बीम का उपयोग होता है– गुर्दे की चिकित्सा में
- सबसे पहला नाभिकीय रिएक्टर बनाया था– फर्मी
- सर्वप्राचीन शैल समूह की आयु आँकी जाती है– K-Ar विधि से
- सितारों में अक्षय ऊर्जा के स्रोत का कारण है– हाइड्रोजन का हीलियम में परिवर्तन
- हाइड्रोजन बम आधारित है– नाभिकीय विखण्डन पर
- 1 किलो कैलोरी ऊष्मा का मान होता है– 2 x 103जूल
- 1 खगोलीय इकाई औसतन बराबर होती है– पृथ्वी और सूर्य की दूरी के
- 1 जूल बराबर होता है– 107अर्ग
- 1 माइक्रोमीटर बराबर होता है– 10-3 मीटर
- 1 मेगावाट घण्टा (MWh) बराबर होता है– 6 x 109जूल
- अतिचालकता किस तापमान पर अत्यधिक आर्थिक महत्व की हो सकती है, जिससे लाखों रूपये की बचत हो– सामान्य तापमान पर
- इलेक्ट्रॉन का द्रव्यमान MeV में होता है– 51 MeV