विस्मयादिबोधक शब्द:- भेद और उदाहरण
“विस्मयादिबोधक” शब्द हिन्दी में “विस्मय” (astonishment) और “अदि” (आदि – आदि का अर्थ होता है “आदि” या “आदि” का अर्थ है “और अधिक”) का संयोजन है। इसका अर्थ होता है “विस्मय” या “आश्चर्य” को उत्तेजित करने वाला। इसका उपयोग किसी ऐसे व्यक्ति, चीज़ या घटना के लिए किया जाता है जो आश्चर्यजनक है और जिससे विस्मय हो। इसका उपयोग विभिन्न कला, साहित्य, और भाषाओं में होता है। इसे विस्मयादिबोधक शब्द के रूप में उपयोग किया जाता है।
विस्मयादिबोधक किसे कहते हैं?
जिन वाक्यों में हर्ष, आश्चर्य, शोक, घृणा करना आदि के भाव आते हो, तो उन वाक्यों को विस्मयादिबोधक वाक्य कहते हैं। विस्मयादिबोधक का चिन्ह (!) होता है।
उदाहरण:- अरे वहां!, हाय!, वाह!
विस्मयादिबोधक के भेद
विस्मयादिबोधक के 10 प्रकार निम्न है:
- शोक बोधक
- तिरस्कार बोधक
- विस्मयादिबोधक
- संबोधन बोधक
- हर्ष बोधक
- भय बोधक
- आशीर्वाद बोधक
- अनुमोदन बोधक
- विदास बोधक
- विवशता बोधक
शोक बोधक:
जिनमें हाय!, बाप रे!, बाप रे बाप!, हे राम!, ओह!, उफ़!, त्राहि–त्राहि!, आह!, हा! आदि जैसे शब्द आते हैं, उनको शोक बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण :-हे राम! मोहन को किसने पीटा।
तिरस्कार बोधक: जिसमें तिरस्कार का भाव हो, जैसे छि:!, थू-थू, धिक्कार!, चुप! आदि के भाव आते हो, उन शब्दों को तिरस्कार बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- चुप! करो मैं बेज्जती नहीं सह सकता।
स्वीकृति बोधक: ऐसे शब्द जिसमें स्वीकार बोध जैसे अच्छा!, ठीक!, हाँ!, जी हाँ!, आदि शब्द आते हैं, उन्हें स्वीकार बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण
- हां! मैं हूं खलनायक।
विस्मयादि बोधक: ऐसे शब्द जिनमें अरे!, क्या!, ओह!, सच!, हैं!, ओहो!, आदि जैसे शब्द आते हैं, इन शब्दों को विस्मयादिबोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- सच! क्या बात कर रहे हो
संबोधन बोधक: ऐसे शब्द जिनमें संबोधन का भाव आता हो जैसे हो!, अजी!, ओ!, रे!, री!, अरे!, अरी!, हैलो!, ऐ!, संबोधन बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- हेलो! कौन
हर्षवर्धन बोधक: ऐसे शब्द, जिसमें हर्ष उल्लास का भाव आता हो जैसे वाह-वाह!, धन्य!, अति सुन्दर!, अहा!, शाबाश!, ओह!
उदाहरण:- शाबाश! तुमने तो बहुत कर दिखाया।
भय बोधक: ऐसे शब्द जिन्हें भय का भाव होता है। जैसे बाप रे बाप!, ओह!, हाय!, उई माँ!, त्राहि–त्राहि! को हम भय बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- हाय!, तुमको किसने मारा।
आशीर्वाद बोधक: ऐसे शब्द में आशीर्वाद देने का भाव आता हो जैसे दीर्घायु हो!, जीते रहो! आशीर्वाद बोधक कहते हैं।
उदाहरण:-जीते रहो! तुम्हें सारी खुशियां मिले।
अनुमोदन बोधक: ऐसे शब्द जिसमें अनुरोध का भाव आता हो। जैसे हाँ, हाँ!, बहुत अच्छा!, अवश्य! आदि को हम अनुमोदन बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- हां हां! सच बोल रहे हो।
विदास बोधक: ऐसे शब्द जिनमें विदा भाव आता हो जैसे अच्छा!, टा-टा! आदि विदास बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:- अच्छा! तो हम मिलने आएंगे
विवशता बोधक: शब्द जिनमें विवशता का भाव आता हैं। जैसे काश!, कदाचित्!, आदि को विवशता बोधक शब्द कहते हैं।
उदाहरण:-काश। तुम सही बोल रही होती