यह जानकारी “पुरुष: परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण” हिंदी भाषा के छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह उन्हें भाषा के मूल तत्वों को समझने में मदद करता है। पुरुष के विभिन्न प्रकारों की समझ उन्हें वाक्यों को सही ढंग से संरचित करने में सहायक होती है। इससे वे अपनी भाषा के प्रयोग में विशेषज्ञता प्राप्त कर सकते हैं, जो उनके भाषा कौशल में सुधार करता है और उनके व्यक्तित्व को भी विकसित करता है।
पुरुष : परिभाषा, प्रकार एवं उदाहरण
पुरुष की परिभाषा
“पुरुष” शब्द का अर्थ व्यक्ति, आदमी, लिंग, या मानव जाति के सदस्य के रूप में हो सकता है।
हिंदी व्याकरण के अनुसार, “पुरुष” शब्द का व्याकरणिक अर्थ होता है “कर्ता” या “वे” जिन्होंने किसी क्रिया को किया हो या किसी विधि को प्रगट किया हो। इसे वाक्य में क्रिया के साथ उपयोग किया जाता है ताकि किसी विधि को किसी व्यक्ति के द्वारा किया जा सके।
उदाहरण के लिए, “राम एक पुरुष है” में “पुरुष” शब्द का उपयोग हुआ है, जिससे बताया जा रहा है कि राम एक पुरुष है।
उदाहरण:- तुम यहाँ से चले जाओ।
पुरुष के प्रकार
पुरुष तीन प्रकार के होते हैं :
- उत्तम पुरुष
- मध्यम पुरुष
- अन्य पुरुष
- उत्तम पुरुष
यह वक्ता खुद होता है। वक्ता मैं, मुझे, मुझको, मेरा, मेरी आदि शब्दों का खुद के बारे में बताने के लिए करता है।
उतम पुरुष के कुछ उदाहरण:-
- मैं दिल्ली में रहता हूँ।
- मुझे स्कूल जाना पसंद है।
- मेरे परिवार में चार सदस्य हैं।
- मेरा घर मुंबई में है।
- मेरे पापा बहुत अच्छे हैं।
- मध्यम पुरुष
मध्यम पुरुष श्रोता होता है जिससे वक्ता बात करता है। वक्ता श्रोता के लिए आप, तुम, तुमको, तुझे, तू आदि शब्दों का प्रयोग करता है।
मध्यम पुरुष के कुछ उदाहरण:
- तुम मुझे पसंद हो।
- तुमको किसी दूसरी जगह जाना चाहिए।
- तू बोलता है तो ठीक ही होगा।
- आप आज ठीक नहीं लग रहे।
- तुम क्या कर रहे हो?
- आप बाज़ार से सामान लेकर आओ।
- अन्य पुरुष
अन्य पुरुष वह होता है जिस तीसरे आदमी के बारे में श्रोता और वक्ता बात करते है। यह, वह, ये, वे, आदि शब्द तेस्सरे व्यक्ति के बारे में बताने के लिए किये जाते हैं।
अन्य पुरुष के उदाहरण
- वह फुटबॉल बहुत अच्छा खेलता है।
- वह अमेरिका जाने के सपने देख रहा है।
- उसका सपना एक दिन पूरा होगा।
- इनकी तुममे कोई रूचि नहीं है।
- इन्हें बाहर का रास्ता दिखादो।